Shinzo Abe: शिंजो आबे भारत जापान रिश्तों के एक स्तंभ माने जाते थे। उन्होंने भारत में चल रहे अनेक विकास के परियोजनाओं और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अपना पूरा सहयोग दिया था।
Shinzo Abe: शिंजो आबे भारत जापान रिश्तों के एक स्तंभ माने जाते थे। उन्होंने भारत में चल रहे अनेक विकास के परियोजनाओं और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अपना पूरा सहयोग दिया था।
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के ऊपर एक कार्यक्रम के दौरान जानलेवा हमला हुआ; इस हमले मैं गोली लगने से इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई। बता दें कि शिंजो आबे नारा शहर में एक कार्यक्रम में अपना संबोधन दे रहे थे; उसी दौरान एक हमलावर ने उन पर पीछे से दो गोलियां चला दीं, जिससे वह नीचे गिर गए और बाद में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस लिया।
इस खबर से पूरी दुनिया स्तब्ध है, अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने अपना शोक संदेश भेजा है, भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने परम मित्र शिंजो आबे के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है, और 9 जुलाई को 1 दिन के लिए भारत में राष्ट्रीय शोक की भी घोषणा की गई है। इसके अलावा अमित शाह, सोनिया गांधी समेत अनेक गणमान्य नेताओं ने शिंजो आबे के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
शिंजो आबे भारत जापान रिश्तों के एक स्तंभ माने जाते थे। उन्होंने भारत में चल रहे अनेक विकास के परियोजनाओं और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अपना पूरा सहयोग दिया था। शिंजो आवे का निधन भारत के लिए एक गहरी क्षति साबित होगी।
जापान जैसे सुरक्षित देश में एक पूर्व प्रधानमंत्री का दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर देना वहां के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
रिपोर्ट के मुताबिक हमलावर का नाम यामागामी तत्सुया था, जो 41 वर्ष का था और एक मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर था, और पूर्व प्रधानमंत्री से नाखुश होने के कारण उसने यह कृत्य किया। सुरक्षा एजेंसियां हत्या की असली वजहों का पता लगा रही है, और अनेक पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है, इसमें दूसरे देशों की सनलिप्ता भी शामिल है।
शिंजो अबे का निधन भारत के लिए बिल्कुल भी अच्छी खबर नहीं है, भारत ने अपना एक सच्चा दोस्त आज खो दिया है।